Railways: एक वंदे भारत को बनाने मे खर्च होते हैं इतने करोड़, बनाने मे लगता है इतना समय

Vande Bharat Making Cost and time: वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेलवे की सबसे खास उपलब्धि मानी जाती है। यह ट्रेन अपनी सुविधाओं, आरामदायक अनुभव और तेज रफ्तार के लिए जानी जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं जिस ट्रेन मे आप सुखद यात्रा करते हैं, उस वंदे भारत ट्रेन को बनाने के लिए कितना पैसा चाहिए? आइए इसे आसानी से समझते हैं।

वंदे भारत ट्रेन को बनाने मे आता है इतना खर्च

vande bharat manufacturing cost

वंदे भारत ट्रेन में 16 डिब्बे होते हैं, और इसे बनाने में लगभग ₹120-₹125 करोड़ खर्च आता है। यह अत्याधुनिक तकनीक और उच्च स्पीड के कारण कुछ अधिक महंगा है।

तकनीकी कारण जो इस ट्रेन की लागत बढ़ाते हैं

सेमी हाई स्पीड तकनीक

Vande Bharat की स्पीड 160 से 180 किमी/घंटा है। इसके लिए इंजन-मुक्त तकनीक का उपयोग किया जाता है, जो पावर सिस्टम और ट्रेन के डिजाइन को इकट्ठा करता है।

लेटैस्ट तकनीक

वाई-फाई, ऑटोमेटिक दरवाजे, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली और बेहतर ब्रेकिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं इसे दूसरी ट्रेनों से अलग बनाती हैं।

इस ट्रेन का निर्माण यात्रियों की सुविधा के लिए किया गया है। इसमें एर्गोनोमिक सीटें, सुंदर डिजाइन, बायो-वैक्यूम टॉयलेट और ऊर्जा-कुशल सुविधाएं हैं। ये सब बातें निर्माण की लागत को थोड़ा बढ़ाती हैं।

एक Vande bharat को बनाने मे लगते हैं इतने महीने

वंदे भारत ट्रेन बनाने में लगभग आठ से आठ महीने का समय और श्रम लगता है। लेकिन विदेशी ट्रेनों की तुलना में भारतीय तकनीक की निर्माण लागत आधी है। यही ट्रेन बाहर से मंगाई जाती तो ₹200 से ₹250 करोड़ का खर्च होता।

जैसे-जैसे वंदे भारत ट्रेनों का उत्पादन बढ़ेगा, खर्च कम हो सकता है। स्वदेशी निर्माण ने दिखाया है कि हम अपनी तकनीकी क्षमता और कम खर्च में शानदार ट्रेनों को बना सकते हैं।

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कुल मिलाकर, वंदे भारत ट्रेन, जो ₹120-₹125 करोड़ में बनाई जा रही है, भारतीय रेलवे के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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