Safidon News: सफीदों जो कि महाभारतकालीन समय का प्राचीन शहर माना जाता है, इन दिनों खस्ता हालत मे है। शहर की सड़कों से लेकर सरकारी अस्पताल, कॉलेज, सफीदों से पानीपत और सफीदों से जींद रोड इन दिनों बुरी हालत मे है। ऐसा लगता है मानो सफीदों हरियाणा मे आता ही न हो। न तो सरकार गौर कर रही है, न स्थानीय प्रशासन को कोई लेना देना हो रहा है।
हाल ही मे सफीदों के नए विधायक दादा राम कुमार गौतम ने विधानसभा मे सफीदों के विकास हेतु सरकार के सामने मुद्दे रखे। सफीदों के विधायक राम कुमार गौतम ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार का ध्यान सफीदों की खस्ता हालत पर केन्द्रित करवाते हुए कहा कि ‘पानीपत से जींद रोड बहुत ही बुरी हालत मे है जोकि एक बहुत ही महत्वपूर्ण रोड है, इसे जल्द से जल्द बनवाया जाये। इसके अलावा सफीदों के सरकारी हस्पताल मे 20 साल पुरानी एक्सरे मशीन है और यहाँ तक कि अल्ट्रासाउंड कि तो मशीन ही नहीं है। नर्सिंग कॉलेज के बारे मे जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि जो जामनी गर्ल्स कॉलेज 2018 मे सेंकशन हुआ था उसकी क्लासेज सीनियर सेकोण्ड्री स्कूल, पिल्लूखेड़ा मे लग रही हैं, इस दौरान उन्होने सफीदों नर्सिंग कॉलेज की बिल्डिंग बनवाने के लिए भी सरकार को अवगत कराया।
इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं कि और ध्यान दिलवाते हुए विधायक राम कुमार गौतम ने कहा कि ’30 पोस्ट डॉक्टर्स की सेंकशन की गई है लेकिन 9 डॉक्टर ही इस वक्त काम कर रहे हैं, 21 पोस्ट अभी भी खाली है। इस पर भी सरकार को ध्यान देने के लिए और जल्द से जल्द डॉक्टरों की भर्ती करने के लिए कहा।
सफीदों मे इंडस्ट्रियल हब बनाने के लिए सरकार को कहा
विधायक रामकुमार गौतम ने आगे कहा कि इस सरकार मे ‘152D और दिल्ली जम्मू कटरा हाइवे, दोनों सफीदों के पिल्लू खेड़ा के पास से निकल रहे हैं, उसके पास ज्यादा से ज्यादा इंडस्ट्रियल हब बनाने के लिए कहा। मोरखी गाँव मे दादा तीर्थ मंदिर को कुरक्षेत्र विकास प्राधिकरण के अंदर लाने के लिए कहा। इसके अलावा कि सफीदों के बहुत ही बड़े और ज्यादा तीर्थ हैं इन सबको कुरुक्षेत्र डेव्लपमेंट अथॉरिटी के अंदर विकसित करना चाहिए।
सफीदों के स्पोर्ट्स डिपार्टमेन्ट की और सरकार का ध्यान केन्द्रित करवाते हुए उन्होने आगे कहा कि ‘सफीदों मे खेल स्टेडियम है लेकिन वहाँ मॉडर्न स्पोर्ट्स फैसिलिटी नहीं है, सरकार को इस और ध्यान करते हुए जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए। इसके अलावा खेड़ा खेमावती की जर्जर हुई स्कूल इमारत को दोबारा बनवाने के लिए कहा।