RBI का बड़ा ऐलान: SGB सीरीज IX के लिए जल्द निकासी मूल्य घोषित

Soverign Gold Bond Scheme: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2019-20 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) सीरीज IX के लिए ₹8,499 प्रति यूनिट का जल्द निकासी मूल्य घोषित किया है, जो 11 फरवरी 2025 से लागू होगा। यह मूल्य 999 शुद्धता वाले सोने के पिछले तीन कारोबारी दिनों के औसत बंद भाव पर आधारित है।

SGB: जल्दी निकासी के नियम और प्रक्रिया

RBI ने अपने नोटिफिकेशन में बताया कि यह मूल्य इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) के दिशानिर्देशों के अनुसार तय किया गया है।

सरकारी नियमों के अनुसार, बॉन्ड जारी होने के 5 साल पूरे होने के बाद ही जल्दी रिडेम्पशन (भुनाने) की अनुमति होती है, और यह ब्याज भुगतान चक्र के अनुसार किया जाता है। SGB की कुल अवधि 8 साल की होती है।

SGB: टैक्स से जुड़ी अहम बातें

अगर कोई निवेशक SGB को 5 साल पूरे होने के बाद रिडीम करता है, तो उसे कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा, क्योंकि आयकर अधिनियम की धारा 47(vii) के तहत इसे “ट्रांसफर” नहीं माना जाता।

हालांकि, अगर SGB को स्टॉक एक्सचेंज के जरिए बेचा जाता है या निजी लेनदेन के तहत ट्रांसफर किया जाता है, तो उस पर टैक्स लगेगा।

एक साल के भीतर बिक्री करने पर – निवेशक की टैक्स स्लैब दर के अनुसार टैक्स लगेगा।
एक साल के बाद बिक्री करने पर – 12.50% की दर से कैपिटल गेन टैक्स लगेगा।

SGB में निवेश के नए अवसर

भले ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम फिलहाल बंद है, लेकिन निवेशक अब भी सेकंडरी मार्केट में इन बॉन्ड्स की खरीद-बिक्री कर सकते हैं। BSE और NSE के कैश सेगमेंट में अब तक जारी सभी SGB सीरीज लिस्टेड हैं, और इन्हें डिमैट खाते के माध्यम से खरीदा या बेचा जा सकता है। हर SGB यूनिट 1 ग्राम सोने के बराबर होती है।

क्या करें निवेशक?

जो लोग जल्दी निकासी (एर्ली एग्जिट) के लिए पात्र हैं, वे 11 फरवरी 2025 को ₹8,499 प्रति यूनिट की दर से बॉन्ड रिडीम कर सकते हैं। वहीं, जो निवेश जारी रखना चाहते हैं, उनके लिए सेकंडरी मार्केट में SGB ट्रेडिंग एक शानदार विकल्प हो सकता है।

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