वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अपना आठवां बजट पेश किया, जो मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है। इस बजट में बिहार के लिए कई अहम घोषणाएं की गईं, जिससे यह सवाल उठता है कि आखिर इस बार बिहार पर इतनी मेहरबानी क्यों हुई? आइए जानते हैं इसकी वजह और बिहार को मिली 10 बड़ी सौगातें।
इस बजट में सिर्फ घोषणाएं ही नहीं, बल्कि वित्त मंत्री की साड़ी भी चर्चा का विषय बनी। उन्होंने जिस साड़ी को पहना था, उस पर मिथिला पेंटिंग की कला दिखाई दी। यह साड़ी बिहार की प्रसिद्ध कलाकार दुलारी देवी ने उन्हें गिफ्ट की थी, जिन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। मिथिला पेंटिंग बिहार की सांस्कृतिक धरोहर मानी जाती है, और वित्त मंत्री के इस चुनाव ने बिहार के प्रति उनकी खास प्राथमिकता को दर्शाया।
बिहार के लिए बजट में 10 बड़े ऐलान
पटना एयरपोर्ट का विस्तार
एयरपोर्ट का इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया जाएगा, जिससे यात्रियों की संख्या को सुगमता से संभाला जा सके।
बिहार में नए एयरपोर्ट का निर्माण
पटना के अलावा राज्य में अतिरिक्त हवाई अड्डों की योजना बनाई गई है।
ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का विकास
राज्य में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट स्थापित किए जाएंगे, जिससे हवाई कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाया जाएगा।
बुद्ध पर्यटन स्थलों का विकास
बौद्ध धर्म से जुड़े स्थलों को विकसित किया जाएगा, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
IIT पटना का विस्तार
IIT पटना में नए हॉस्टल बनाए जाएंगे और पुराने हॉस्टलों की क्षमता को बढ़ाया जाएगा।
बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना
मखाना उत्पादन को बढ़ाने और किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए एक समर्पित बोर्ड बनाया जाएगा।
मिथिलांचल में पश्चिमी कोसी नहर परियोजना
इस परियोजना के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा मिल सके।
कोसी नहर परियोजना से किसानों को लाभ
यह परियोजना 50,000 हेक्टेयर कृषि भूमि को लाभान्वित करेगी, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
बिहार में फूड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट
खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े अनुसंधान और शिक्षा के लिए एक नया संस्थान स्थापित किया जाएगा।
कोसी नहर परियोजना से युवाओं को रोजगार
यह योजना न केवल किसानों को लाभ पहुंचाएगी, बल्कि इससे जुड़े विभिन्न कार्यों में युवाओं को स्किल ट्रेनिंग और रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
बिहार को क्यों मिली इतनी प्राथमिकता?
बिहार को बजट में इतनी सौगातें मिलने के पीछे राजनीतिक रणनीति भी अहम भूमिका निभा रही है। बिहार में अक्टूबर 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं, और केंद्र सरकार इस बजट के जरिए बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है। 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार ने NDA को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी, और अब विधानसभा चुनाव में भी यही दोहराने की कोशिश की जा रही है।
पीएम धन-धान्य कृषि योजना क्या है? बजट मे किसानों के लिए हुआ बड़ा ऐलान