चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्य में नए जिलों का गठन करने की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी है। निकाय चुनावों के बाद राज्य में चार नए जिले बनेंगे। 4 दिसंबर को इस फैसले को लेकर एक कमेटी बनाई गई, जो अब इस पर काम कर रही है। दो महीने में कमिटी सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
कमेटी के अध्यक्ष एवं सदस्य
कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार को नए जिले, उपमंडल, तहसील और उपमंडल बनाने वाली चार सदस्यीय कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कमेटी में भी शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, राजस्व मंत्री विपुल गोयल और कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा शामिल हैं।
हरियाणा के इन शहरों को बनाया जा सकता है जिला
करनाल के असंध, हिसार के हांसी, सिरसा के डबवाली, गुरुग्राम के मानेसर और सोनीपत के गोहाना जैसे क्षेत्रों में लंबे समय से जिले बनाने की मांग की जा रही है।
पूर्व कमेटी की स्थापना और पुनर्गठन
जय प्रकाश दलाल, महिपाल ढांडा और सुभाष सुधा ने जून में पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवर पाल गुर्जर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी। विधानसभा चुनावों में इन तीनों नेताओं की पराजय के बाद कमेटी को फिर से बनाना पड़ा। अब वित्त आयुक्त राजस्व और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी रिपोर्ट बनाने में मदद करेंगे।
तहसील और उपमंडल की स्थापना
पिछले दिसंबर में राज्य सरकार ने छह नए उप मंडल बनाए थे। इनमें शामिल हैं मानेसर (गुरुग्राम), नीलोखेड़ी (करनाल), इसराना (पानीपत), छछरौली (यमुनानगर), नांगल चौधरी (महेंद्रगढ़) और जुलाना (जींद)। किंतु बवानी खेड़ा और कलानौर को उपमंडल बनाने का प्रस्ताव अस्वीकार हो गया।
हरियाणा विधानसभा सीटों मे वृद्धि
2029 तक, हरियाणा में 126 सीटें हो जाएंगी। वर्तमान में राज्य में 90 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन 2026 में परिसीमन के बाद यह 126 तक बढ़ जाएगा। इसके साथ ही लोकसभा सीटों की संख्या 10 से 14 हो सकती है। इस परिसीमन से हरियाणा को एक राजनीतिक बलशाली राज्य बनने का मौका मिलेगा।
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