US Immigration Policy: अमेरिका मे ट्रम्प सरकार बनते ही इमिग्रेशन रूल सख्त हो चुके हैं। ट्रम्प चुन चुन कर अवैध प्रवासियों (Illegal Immigrants) को विमानों मे वापिस उनके देश भेज रहे हैं। हाल ही मे सैकड़ों लोगों को भारत डिपोर्ट किया गया है, जिसका भारत मे खूब हल्ला हुआ। जो लोग अवैध रूप से अमेरिका जाते थे उन्हे ट्रम्प ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है, वहीं अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस कह चुके हैं कि अगर प्रशासन को लगता है किसी को अमेरिका मे नहीं होना चाहिए, चाहे उसके पास ग्रीन कार्ड ही क्यों न हो, तो उसे भी देश से बाहर करने का फैसला लिया जा सकता है। उनके इस ब्यान से ग्रीन कार्ड वालों को टेंशन बढ़ा दी है। ऐसा हो भी चुका है एक कपल के साथ जो 35 सालों से अमेरिका मे रह रहे थे, लेकिन आखिरकार उन्हे देश से बाहर कर दिया गया, आईये जानते हैं…
आज हम आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहे हैं, जो न सिर्फ एक परिवार का दर्द बयां करती है, बल्कि पूरे सिस्टम पर भी सवाल उठाती है। ये कहानी है कैलिफोर्निया में रहने वाले गोंजालेज़ दंपती की… जो 35 सालों से अमेरिका में रह रहे थे। उन्होंने यहीं अपनी तीन बेटियों की परवरिश की, यहीं अपना घर बसाया… लेकिन एक झटके में उनका सपना टूट गया… और उन्हें उनके देश वापस भेज दिया गया।
सब कुछ उस दिन शुरू हुआ… जब गलेडिस गोंजालेज़ और नेल्सन गोंजालेज़ हमेशा की तरह अपने इमीग्रेशन चेक-इन के लिए पहुंचे। हर बार की तरह उन्हें लगा कि ये सिर्फ एक रूटीन प्रक्रिया है… लेकिन इस बार हालात बदल चुके थे। 21 फरवरी को उन्हें वहीं से हिरासत में ले लिया गया… और करीब तीन हफ्ते तक ICE की हिरासत में रखने के बाद… 18 मार्च को डिपोर्ट कर दिया गया।
सोचिए, जिस देश को उन्होंने अपना घर समझा… उसी देश ने एक झटके में उन्हें बेगाना कर दिया। उनकी तीन बेटियां, जो अमेरिका में जन्मी और पली-बढ़ी हैं… आज बिना मां-बाप के रह गईं। बेटियों ने एक गोफंडमी पेज पर अपना दर्द बयां करते हुए कहा – “हमारे माता-पिता ने कभी कोई अपराध नहीं किया… वो हमेशा इमीग्रेशन नियमों का पालन करते रहे… फिर भी आज वो हमारे साथ नहीं हैं।”
उनकी बड़ी बेटी स्टेफनी गोंजालेज़ ने कहा – “ये हमारे लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें इस तरह अपने मां-बाप से अलग होना पड़ेगा। उन्होंने हमेशा इस देश और अपने समुदाय की सेवा की और अब वो यहां नहीं हैं।”
गोंजालेज़ दंपती की ये कहानी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है – क्या अमेरिका में हर उस इंसान को डर के साये में जीना पड़ेगा, जो सालों से मेहनत कर रहा है… लेकिन कागज़ी कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई? क्या सिर्फ दस्तावेज़ों की कमी की वजह से किसी का पूरा परिवार यूं बिखर सकता है?
Donald Trump: US Failed in Election Security, Cites India as Example in New Executive Order
दोस्तों, इस दंपती का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, फिर भी 35 साल की मेहनत, कुर्बानियां और सपने, सब खत्म कर दिए गए। आज उनकी बेटियां अकेली हैं… और उनका पूरा परिवार बिखर चुका है।