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कौन थे Om Prakash Chautala, विवादों से रहा पुराना नाता

कौन थे Om Prakash Chautala, विवादों से रहा पुराना नाता

Om Prakash Chautala Dies: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश चौटाला ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। 89 वर्ष की आयु में उन्होंने गुरुग्राम में अंतिम सांस ली। वह पिछले एक सप्ताह से बीमार थे और दो दिन पहले मेडिसिटी अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। चौटाला शंकर चौक स्थित एम्बिएंस मॉल के पास एम्बिएंस केट्रोनिया सोसाइटी में एक फ्लैट में रह रहे थे। आज सुबह तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार डबवाली स्थित उनके पैतृक गांव तेजाखेड़ा में होगा।

ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री थे। वे भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (INLD) के वरिष्ठ नेता थे और हरियाणा की राजनीति में एक प्रभावशाली और विवादास्पद शख्सियत थे। उनका राजनीतिक जीवन बेहद रंगीन और विविधतापूर्ण रहा।

ओम प्रकाश चौटाला का प्रारंभिक जीवन और राजनीतिक पृष्ठभूमि
ओम प्रकाश चौटाला, भारतीय राजनीति के दिग्गज नेता देवी लाल के बेटे थे। देवी लाल न केवल हरियाणा के एक प्रमुख नेता थे, बल्कि वे भारत के उपप्रधानमंत्री भी रह चुके थे। ओम प्रकाश चौटाला ने भारतीय राजनीति में कदम अपने पिता के प्रभावशाली पदचिन्हों पर रखा और उनकी विरासत को आगे बढ़ाया।

1989 से 2005 तक संभाला मुख्यमंत्री पद
ओम प्रकाश चौटाला ने कई बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की कमान संभाली। उन्होंने 1989 से लेकर 2005 तक चार अलग-अलग मौकों पर मुख्यमंत्री का पद संभाला। उनके कार्यकाल में हरियाणा में कृषि, शिक्षा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया गया, हालांकि उनके शासन के दौरान कुछ विवाद भी उठे।

राजनीतिक विवाद और घोटाले
ओम प्रकाश चौटाला का राजनीतिक जीवन विवादों से भी भरा रहा। 1999-2000 के दौरान हुए जूनियर बेसिक शिक्षकों की अवैध भर्ती घोटाले में उनका नाम आया, जिसके बाद उन पर आरोप लगे। इस मामले की जांच सीबीआई ने की, और 2013 में उन्हें और उनके बेटे अजय सिंह चौटाला को दस साल की सजा सुनाई गई थी। यह मामला विशेष रूप से चर्चा में था और ओम प्रकाश चौटाला का यह काले धब्बे के रूप में पेश हुआ।

सजा और रिहाई
ओम प्रकाश चौटाला ने अपनी दस साल की सजा में से लगभग नौ साल छह महीने की सजा तिहाड़ जेल में काटी। कोविड-19 महामारी के कारण 2021 में उन्हें रिहा किया गया, जब सरकार ने जेलों में कैदियों की संख्या घटाने का फैसला किया।

परिवार और राजनीति
उनके परिवार ने भी राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके बेटे अभय सिंह चौटाला और अजय सिंह चौटाला दोनों ही राजनीति में सक्रिय हैं। उनके पोते दुष्यंत चौटाला ने हाल ही में हरियाणा सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।

ओम प्रकाश चौटाला का योगदान
ओम प्रकाश चौटाला की राजनीति ने हरियाणा की राजनीति को आकार दिया, हालांकि उनके जीवन में व्यक्तिगत और राजनीतिक संघर्ष भी कई बार सामने आए। वे एक ऐसे नेता थे जिन्होंने कभी समझौतावादी राजनीति से दूर रहकर अपने राजनीतिक सिद्धांतों पर कायम रहने की कोशिश की। उनका निधन हरियाणा और भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था, और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।

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