Gold Price Hike: सोना हर आदमी की जरूरत होता है। एक आम आदमी के लिए सोना खरीदना बहुत बड़ी बात होती है। आपको बता दें की इस समय सोने (Gold Price Hike) के भाव आसमान को छु चुके है लेकिन ऐसे में आम आदमी को एक और बड़ा झटका लग सकता है। आपप्को बता दें की एक बार फिर सोने के दाम बढ़ सकते है।
आपको बता दें कि इजराइल-ईरान के बीच अचानक बढ़े तनाव के बाद सोने की कीमत में भारी उछाल देखा गया है। आपको बता दें कि इस उछाल के साथ सोने ने पिछले 6 महीने में दूसरा रिकॉर्ड (Gold price records) बना दिया।
गोल्ड का 10 ग्राम प्रति MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) एक लाख के पार पहुंच गया। गोल्ड को इस लेवल पर पहुंचने में बस 74 दिन लगे। जबकि पहले सिर्फ 66 दिन लगे थे।
MCX ने बताया कि यह सोने की कीमत (Gold Price Trends) पिछले 19 साल में पहली बार है और पिछले 6 महीने में यह दो बार 10 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम बढ़ी। इसके साथ ही अब सवाल ये है कि सोने की कीमत अचानक क्यों बढ़ी? क्या इसकी लागत बढ़ेगी?
इतने दिन में 10 हजार रुपए बढ़े सोने के दाम
9 जून से 13 जून तक सोने की कीमतों में भारी उछाल हुआ, जैसा कि एंजल वन लिमिटेड के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रथमेश माल्या ने बताया। दोनों कॉमेक्स गोल्ड और एमसीएक्स गोल्ड फ्यूचर्स (MCX Gold Futures) में 3 प्रतिशत की लगातार बढ़ोतरी हुई है। यह दिलचस्प बात है कि 13 जून को सिर्फ 74 दिन में 10 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत बढ़ी। ये इस वर्ष का दूसरा सबसे तेज उछाल है।
इस तेजी का कारण इजराइल और ईरान के बीच बढ़ा हुआ जियोपॉलिटिकल तनाव है। जिससे सोना एक सुरक्षित निवेश स्थान बन गया है। इसके अलावा, हाल के महीनों में सोने की कीमतों को वैश्विक मंदी का भय और अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ विवाद ने हवा दी है। लोगों का सोने पर निवेश में भरोसा झलकता है, क्योंकि पिछले दो दशक में 16 साल तक इसने सकारात्मक रिटर्न दिया है। इससे पता चलता है कि अनिश्चितता के दौर में सोना एक अच्छा विकल्प है।
क्यों बढ़े सोने के दाम?
13 जून को गोल्ड ने नया रिकॉर्ड बनाया, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटी रिसर्च) मानव मोदी ने बताया। गोल्ड ने घरेलू बाजार में एक लाख रुपए का नया रिकॉर्ड बनाया और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 3500 डॉलर के करीब का नया रिकॉर्ड बनाया। ईरान पर इजराइल के हमले के बाद मध्य ईस्ट में तनाव बढ़ा है, जिससे निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश मान रहे हैं।
मानव मोदी आगे बताते हैं कि अमेरिका की ईरान (America Iran Nuclear Deal) के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने की कोशिशों ने तनाव को और बढ़ाया है। मिडिल ईस्ट में नए तनाव ने ट्रेड नेगोशिएशन को पीछे छोड़ दिया, जिससे बाजार में जोखिम बढ़ गया है।
सोने की कीमत कितनी और बढ़ेगी?
वेंचुरा के कमोडिटी डेस्क हेड और CRM एनएस रामास्वामी ने कहा कि आने वाले दिनों में सोने की रफ्तार बरकरार रहेगी। पूर्वी मिडिल ईस्ट में इजराइल और ईरान (Israel Iran War) के बीच बढ़ते तनाव और खतरनाक वातावरण ने चिंता को और बढ़ा दिया है। इस तनाव का प्रभाव भी कमजोर शुरुआत के साथ अमेरिकी शेयर बाजार पर दिखाई दे रहा है।