Third Mumbai: महाराष्ट्र सरकार ने नवी मुंबई के करीब एक नई “तीसरी मुंबई” विकसित करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इस मेगा प्रोजेक्ट की आधारशिला 2025 में सर्वे पूरा होने के बाद रखी जाएगी। सर्वेक्षण में क्षेत्र के गांव, आबादी, बुनियादी ढांचा और भूमि स्वामित्व से जुड़ी सारी जानकारी ड्रोन तकनीक का उपयोग करके जुटाई जाएगी।
तीसरी मुंबई: 2025 में सर्वे होगा पूरा
सरकार ने वर्ष 2025 के मध्य तक सर्वे कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस दौरान करीब 124 गांवों के नक्शे, आबादी, बुनियादी ढांचा, सड़कों, अस्पतालों, और अन्य मूलभूत सुविधाओं की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके साथ ही, भूमि स्वामित्व की स्थिति का आकलन किया जाएगा।
कर्नला, साई, चिरनेर क्षेत्र को चुना गया
मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने “तीसरी मुंबई” के लिए कर्नला, साई, और चिरनेर नवनगर क्षेत्र को चुना है। ये क्षेत्र रायगढ़ जिले के पेण, उरण और पनवेल क्षेत्र में आते हैं। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर यहां का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
डाटा सेंटर हब बनने की योजना
सरकार “तीसरी मुंबई” को देश का डाटा सेंटर हब बनाने की दिशा में काम कर रही है। यहां 65% तक देश का डाटा स्टोर करने की क्षमता वाले इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किए जाएंगे।
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परिवहन और अन्य सुविधाओं पर ध्यान
अटल सेतु और नए नवी मुंबई एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी ने इस क्षेत्र को प्रमुख बनाने में योगदान दिया है। साथ ही, मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाली मेट्रो परियोजना इस विकास को और गति प्रदान करेगी।
महत्वपूर्ण तथ्य
सर्वे की समयसीमा: 2025 के मध्य तक पूरी होगी।
सर्वे के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र: 124 गांव और आसपास का इलाका।
सर्वे के लिए आवेदन: इच्छुक कंपनियां 13 फरवरी तक आवेदन कर सकती हैं।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद, मुंबई के बढ़ते विस्तार और भूमि संकट को कम करने में यह योजना अहम भूमिका निभाएगी।