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इन देशों मे 25 दिसंबर नहीं बल्कि 7 जनवरी को मनाया जाता है Christmas, जानिए क्या है वजह?

christmas 2024 festival

In these countries, Christmas is celebrated not on 25 December but on 7 January

Christmas 2024: हममें से ज्यादातर लोग 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के कुछ हिस्सों में इसे 7 जनवरी को भी मनाया जाता है? ये फर्क केवल तिथियों का नहीं, बल्कि कैलेंडर प्रणाली का है।

दुनिया में क्यों अलग-अलग दिन मनाया जाता है क्रिसमस का त्योहार?

ग्रेगोरियन और जूलियन कैलेंडर: 13 दिनों का फासला
1582 में पोप ग्रेगरी ने ग्रेगोरियन कैलेंडर पेश किया, जो अब विश्व में सबसे प्रचलित है। इसी के अनुसार 25 दिसंबर को यीशु (Jesus) के जन्मदिन के रूप में क्रिसमस मनाया जाता है। पर कुछ देशों में आज भी जूलियन कैलेंडर का उपयोग किया जाता है, जिसे 46 BC में जूलियस सीजर ने लागू किया था। इन दोनों कैलेंडरों में 13 दिनों का अंतर होता है, और यही वजह है कि कुछ देश क्रिसमस 7 जनवरी को मनाते हैं।

कैलेंडर परिवर्तन: क्या हुआ था?
1752 में इंग्लैंड ने जूलियन कैलेंडर को त्यागकर ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया। धीरे-धीरे पश्चिमी दुनिया के ज्यादातर देशों ने भी इसे मान्यता दे दी। इसके बाद 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाने का चलन शुरू हुआ। लेकिन रूस, सर्बिया, मिस्र, और यूक्रेन जैसे कई देशों ने इस बदलाव को नहीं अपनाया और जूलियन कैलेंडर के अनुसार 7 जनवरी को क्रिसमस मनाना जारी रखा।

7 जनवरी को क्रिसमस (Christmas) मनाने वाले देश
रूस, इथियोपिया, यूक्रेन, सर्बिया, जॉर्जिया, मोल्दोवा, और मैसेडोनिया जैसे कई देश अब भी अपने पारंपरिक जूलियन कैलेंडर के तहत 7 जनवरी को यीशु का जन्मदिन (Christmas) मनाते हैं। इन देशों में 7 जनवरी को क्रिसमस मनाना धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है।

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यीशु के जन्म की तारीख: रहस्य और मान्यताएं
यीशु के जन्म की सटीक तारीख पर अब भी विवाद है। कई लोगों का मानना है कि यीशु का गर्भधारण ईस्टर के आसपास हुआ था, जिसे 25 मार्च या 6-7 अप्रैल माना जाता है। इनकी गणना के अनुसार 9 महीने पूरे होने पर 25 दिसंबर या 7 जनवरी को यीशु का जन्म दिन हो सकता है। हालांकि, इस तिथि का कोई ठोस ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है।

इतिहास में तारीख का अभाव
ऐसा कोई ऐतिहासिक दस्तावेज़ नहीं है जो यीशु के जन्म की सटीक तारीख की पुष्टि करता हो। यह अस्पष्टता और अलग-अलग कैलेंडरों के प्रयोग ने क्रिसमस की तारीखों (Christmas 2024) में विविधता को जन्म दिया।

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