Holika Mantra: होलिका दहन पर करें इस मंत्र से भगवान की स्तुति, दूर हो जाएगी सब बाधा (Premanand Ji Maharaj)

Holika Mantra Premanand Maharaj: होलिका दहन पर्व फाल्गुन पूर्णिमा की रात को मनाया जाता है। यह पर्व भक्त प्रह्लाद की अटूट भक्ति और भगवान नरसिंह द्वारा उनकी रक्षा की कथा से जुड़ा है। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और यह संदेश देता है कि सत्य और धर्म की हमेशा जीत होती है। बता दें, वृन्दावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानन्द जी महाराज ने होलिका दहन के वक्त पूजा के लिए मंत्र दिया है, जिससे सब प्रकार की बाधा और विपत्ति का नाश हो जाता है। प्रेमानन्द जी महाराज के अनुसार इसके जाप से ही करोड़ों जन्मों के पाप नाश हो जाते हैं। जब भी कोई विपत्ति आए इसका जाप करना चाहिए।

आइए जानते हैं भगवान नरसिंह का मंत्र-

“नारायणानंत हरये नरसिंह, प्रह्लाद बाधा हरये कृपालु:”

यह मंत्र भगवान नारायण, नरसिंह और प्रह्लाद की स्तुति करता है, जो भक्तों की बाधाओं को हरने वाले कृपालु हैं।

होलिका दहन की पूजा विधि

होलिका दहन के अवसर पर विशेष पूजा की जाती है। इसमें होलिका को जल, नारियल, हल्दी, गुड़ और अन्य पूजन सामग्री अर्पित की जाती है। अग्नि प्रज्वलित करने के बाद उसमें नारियल, गेहूं की बालियां एवं धूप-दीप अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद तिल, जौ, मूंग, चावल और सूखे नारियल की आहुति दी जाती है। होलिका दहन के बाद अग्नि की राख को मस्तक पर तिलक के रूप में लगाना शुभ माना जाता है।

होलिका दहन के मंत्र

होलिका दहन के समय निम्नलिखित मंत्रों का उच्चारण किया जाता है:

होलिका के लिए मंत्र: “ॐ होलिकायै नम:”

प्रह्लाद के लिए मंत्र: “ॐ प्रह्लादाय नम:”

भगवान नरसिंह के लिए मंत्र: “ॐ नृसिंहाय नम:”

इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख, समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है।

प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार मंत्र जाप का महत्व

प्रेमानंद जी महाराज ने मंत्र जाप को आध्यात्मिक उन्नति का महत्वपूर्ण साधन बताया है। उनके अनुसार, मंत्र जाप से मानसिक शांति, एकाग्रता और आत्मिक बल की वृद्धि होती है। उन्होंने व्यस्त जीवनशैली में भी मंत्र जाप के सरल तरीकों को अपनाने पर जोर दिया है, जिससे व्यक्ति चलते-फिरते भी मंत्र जाप कर सकता है।

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