Ayurvedic Pods: मसूड़ों और दांतों की समस्या होगी जड़ से खत्म, एक बार खाएं ये फली! Big News

Ayurvedic Pods: आपको बता दें की बबूल के पेड़ की लंबी और हल्की फलियां होती हैं। बबूल की फली एक औषधीय और फायदेमंद पौधा हैं।

Ayurvedic Pods: आपकी जानकारी के लिए बता दें की बबूल की फली का पाउडर दांतों की सफाई के लिए भी अच्छा है। इसे पशु चारे में भी प्रयोग किया जाता हैं। बबूल की फली को प्राकृतिक खाद और मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता हैं। इनके बीज छोटे हैं और आयुर्वेदिक दवाओं और कई पारंपरिक उपचारों में इस्तेमाल किया जाता हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि बबूल की फली पाचन को बेहतर बनाती हैं। डायरिया और पेट दर्द जैसे विकारों में इसका सेवन लाभदायक हैं।

जानें इसके लाभ (Ayurvedic Pods)

बबूल की फली को डायरिया और दस्त में उपयोग किया जाता है। यह अल्सर और पेट की सूजन भी कम करता हैं। इसकी फली का चूर्ण मसूढ़ों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इससे दांतों की चमक बढ़ती है और मसूढ़ों की सूजन कम होती हैं।

इसकी फली का काढ़ा किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है और मूत्र संबंधी समस्याओं जैसे जलन और संक्रमण को दूर करता है। यह भी मासिक धर्म में समस्याओं को कम करता है। बबूल की फली का पेस्ट या काढ़ा रक्तस्राव और बाहरी घावों को रोकने में साहयता करेगा।

बबूल की फली का काढ़ा गले की खराश, कफ और सर्दी में राहत देता है। वहीं यह बलगम को निकालने में मदद करता है और श्वसन मार्ग को साफ करता है। फली का पेस्ट त्वचा पर लगाने से खुजली, दाने और फोड़े-फुंसी दूर होते हैं. यह एंटीसेप्टिक भी हैं।

फली को तीन तरह से खाया जाता हैं (Ayurvedic Pods)

आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया कि बबूल की फली को उबालकर उसका काढ़ा बनाकर दिन में एक या दो बार पिया जाना चाहिए। इसे तीन तरह से खाया जाता है। पहले काढ़ा बनाने, फिर पेस्ट बनाने और फिर पाउडर बनाने के बाद इसका उपयोग किया जाता हैं। फली को पीसकर इसका भी उपयोग कर सकते हैं। इसे सुखाकर पाउडर बनाकर भी खा सकते हैं।

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