Home Loan Charges: हर किसी का सपना होता है कि उसका खुद का घर हो, लेकिन पैसों की कमी के चलते हम इसे कई बार टालना पड़ता है। ऐसे में हम होम लोन (Home Loan) का सहारा लेते है। हालांकि, इसे लेना जितना फायदेमंद है, समय पर इसका भुगतान करना भी उतना ही जरूरी है।
होम लोन लेते समय ध्यान देने वाली बातें
अगर आप होम लोन (Home Loan) लेने की सोच रहे हैं, तो केवल नियम और शर्तें पढ़ना काफी नहीं है। आपको यह भी पता होना चाहिए कि होम लोन लेने पर कौन-कौन से चार्ज चुकाने पड़ेंगे।
कौन-कौन से चार्ज देने पड़ते हैं?
एप्लिकेशन चार्ज (Application Charge)
Home Loan के लिए आवेदन देते वक्त एप्लिकेशन चार्ज देना होता है। यदि किसी कारणवश आपका लोन पास नहीं होता है, तब भी यह शुल्क रिफंड नहीं किया जाता। इसलिए, आवेदन करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने सही बैंक या वित्तीय संस्थान चुना है।
मॉर्गिज डीड चार्ज (Mortgage Deed Charge)
यह चार्ज होम लोन का सबसे बड़ा हिस्सा होता है और यह लोन की कुल राशि के प्रतिशत के आधार पर तय होता है। हालांकि, कुछ बैंक और एनबीएफसी (NBFC) इस शुल्क को माफ कर देते हैं, इसलिए लोन लेने से पहले इससे जुड़ी जानकारी जरूर लें।
लीगल फीस (Legal Fee)
लोन एप्लीकेशन के बाद, बैंक बाहरी वकीलों को आपकी प्रॉपर्टी और कानूनी दस्तावेजों की जांच के लिए नियुक्त करते हैं। इस प्रक्रिया की फीस आपको ही चुकानी पड़ती है। इसे बचाने का तरीका है कि आप पहले से ही सुनिश्चित कर लें कि जिस प्रोजेक्ट में आप निवेश कर रहे हैं, उसे बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा मान्यता दी गई है।
प्रीपेमेंट चार्ज (Prepayment Charge)
अगर आप लोन का कुछ हिस्सा या पूरा भुगतान समय से पहले करना चाहते हैं, तो इसे प्रीपेमेंट कहा जाता है। इस स्थिति में, बैंक अपने संभावित नुकसान को कवर करने के लिए प्रीपेमेंट चार्ज या पेनल्टी लेता है। यह चार्ज बैंक और लोन की प्रकृति पर निर्भर करता है।
कमिटमेंट फीस (Commitment Fee)
कुछ बैंक उन ग्राहकों से कमिटमेंट फीस लेते हैं, जो निर्धारित समय के भीतर लोन का भुगतान नहीं करते। यह शुल्क आमतौर पर अवितरित लोन (Undisbursed Loan) पर लिया जाता है।
- इन बातों का रखें खास ध्यान
- कई बैंकों और वित्तीय संस्थानों की दरें और सेवाएं अलग होती हैं। सही विकल्प चुनने के लिए सभी की तुलना करें।
- अपने बजट के अनुसार लोन लें। अधिक राशि का लोन लेने से आप वित्तीय संकट में फंस सकते हैं।
- पहले से कैलकुलेशन करें: लोन पर ब्याज और भुगतान की गणना पहले ही कर लें, ताकि बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
- साइन करने से पहले शर्तों को अच्छे से पढ़ें। यदि किसी शर्त में बदलाव की आवश्यकता हो, तो उसे जरूर उठाएं।
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