Delhi News Update : बुराड़ी और रोहिणी सेक्टर-37 के इलेक्ट्रिक बस डिपो के करीब 600 ड्राइवरों को सितंबर से वेतन नहीं मिला है। प्राइवेट बस ऑपरेटरों को परिवहन विभाग की ओर से फरवरी माह से भुगतान न मिलने की वजह से अब ऑपरेटर इन ड्राइवरों की आपूर्ति करने वाली एजेंसी को भुगतान नहीं कर पा रहे हैं।
Delhi News Today : ये ड्राइवर 16 अक्तूबर से हड़ताल पर है और प्रतिदिन डिपो में धरना दे रहे हैं, इसके बावजूद इन्हें वेतन नहीं मिला। ड्राइवरों का कहना है कि परिवहन विभाग के अफसरों के घरों में तो दीपावली धूमधाम से मनेगी, लेकिन ड्राइवरों और तकनीकी स्टाफ को वेतन न मिलने से उनकी दीवाली काली कर दी है।
बिना पैसा न वे बच्चों के लिए नए कपड़े खरीद पाएंगे और न ही घर का सामान। ऐसे में दीपावली मनाना संभव नहीं हो पाएगा।
उनका कहना है कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलेगा, तब तक बसों का चक्का जाम रहेगा। बसों का संचालन नहीं होगा। वहीं, डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के अध्यक्ष ललित चौधरी का कहना है कि दिल्ली सरकार कर्मचारियों और दैनिक वेतनभोगियों का शोषण कर रही है।
परिवहन विभाग की ओर से भुगतान कर दिया जाए तो कर्मचारियों के घरों में भी दीपावली की रोशनी पहुंच सकेगी।
बस मार्शलों की लगातार दूसरी दीपावली हुई काली – Delhi News Today
दिल्ली में बसों और सरकार के अन्य विभागों में तैनात किए गए सिविल डिफेंस के 19792 कार्यकर्ताओं की नौकरी बीते साल 27 अक्तूबर को समाप्त कर दी गई थी। दीपावली से चंद दिन पहले नौकरी से निकाले जाने की वजह से इन बस मार्शलों के परिवारों की दीपावली काली हो गई थी।
तभी से वे आंदोलनरत हैं और बीते दिनों उन्हें चार महीने की अस्थायी ड्यूटी देने का फैसला किया गया है। बस मार्शल दिल्ली सरकार से स्थायी नौकरी की मांग कर रहे हैं और उन्होंने चार महीने की ड्यूटी ज्वाइन करने से इनकार कर दिया है। ऐसे में इन 10792 परिवारों की दीपावली इस बार भी काली रहेगी।
बस मार्शल मुकेश कुमार का कहना है कि दिल्ली सरकार की वजह से दो साल से उनकी दीपावली नहीं मन पा रही है। उनका कहना है कि बस मार्शलों ने तय किया है कि इस बार धनतेरस पर मुख्यमंत्री आवास पर जाकर प्रदर्शन करेंगे और उनके त्योहार में भी खलल डालेंगे और स्थायी नौकरी की मांग करेंगे।
बोनस न मिलने पर दिलशाद गार्डन डिपो के ड्राइवरों ने की हड़ताल – Today Delhi News
दिलशाद गार्डन डिपो में तैनात बस ड्राइवरों को इस बार उनकी कंपनी ने बोनस की रकम देने से इनकार कर दिया है। इससे सोमवार को ड्राइवरों का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने हड़ताल कर बसों का चक्का जाम कर दिया।
हड़ताल के कारण सोमवार को इस डिपो से क्लस्टर बसों का संचालन नहीं हो पाया और यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ड्राइवरों का कहना है कि कंपनी के पदाधिकारी कह रहे हैं कि दीपावली के बाद बोनस दिया जाएगा, यह झूठा आश्वासन है।
उनका कहना है कि ड्राइवरों को बहुत कम वेतन दिया जा रहा है। इस बोनस की रकम से वे परिवार के लिए सामान खरीदते थे, लेकिन बोनस रोककर सैकड़ों परिवारों की दीवाली काली कर दी। उनका कहना है कि जब तक कंपनी बोनस नहीं देगी, बसों का संचालन नहीं किया जाएगा।