Chinese J-35 technology leak: चीन और पाकिस्तान दोनों के लिए एक बहुत बड़ी टेंशन वाली खबर सामने आई है, लेकिन भारत के लिए ये खबर काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। चीन के एडवांस स्टील्थ फाइटर जेट J-35 या FC-31 की पूरी टेक्नोलॉजी लीक हो चुकी है। इस लीक ने चीन की नींद उड़ा दी है। हैरानी की बात ये है कि चीन के ही एक डिफेंस इंजीनियर ने ये खुफिया जानकारी विदेशी खुफिया एजेंसी को बेच दी। चीन ने इस इंजीनियर को गिरफ्तार करके उसे सीधे मौत की सजा सुना दी है।
चीन का ये J-35 फाइटर जेट रेडार में ना आने वाला, एडवांस्ड स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस फाइटर है, जिसे पाकिस्तान ने भी खरीदा है। पाकिस्तान ने चीन के साथ डील कर ली थी और इसके पायलट्स की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी थी। लेकिन अब इस टेक्नोलॉजी का पूरा डाटा बाहर आ चुका है, जिससे पाकिस्तान के पूरे ड्रीम प्रोजेक्ट को झटका लग गया है।
चीन की मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी यानी एमएसएस ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि उनका पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट J-35 का डेटा लीक हुआ है। इस मामले में जिस इंजीनियर का नाम सामने आया है उसका नाम लियू है। बताया जा रहा है कि लियू चीन के डिफेंस रिसर्च इंस्टीट्यूट में काम करता था। लेकिन प्रमोशन ना मिलने से वो नाराज था। इसी नाराजगी में उसने सीक्रेट फाइल्स और डाटा चुपचाप कॉपी करना शुरू कर दिया।
इतना ही नहीं, लियू ने बाद में रिसर्च इंस्टीट्यूट छोड़कर एक इन्वेस्टमेंट फर्म जॉइन कर ली। वहां उसकी हालत खराब हो गई क्योंकि उसने रिस्क वाले शेयर में पैसा लगाया और काफी नुकसान हो गया। इसके बाद लियू ने चीन के फाइटर जेट J-35 का पूरा डेटा एक विदेशी खुफिया एजेंसी को बेच दिया। इसके बदले उसे मोटी रकम मिली, जो कई खातों में सीक्रेट तरीके से ट्रांसफर की गई।
जानकारी के मुताबिक, पैसे मिलते ही लियू कई देशों की यात्रा पर निकल गया और चीन की सबसे सीक्रेट डिफेंस टेक्नोलॉजी बेच डाली। लेकिन चीन की खुफिया एजेंसी ने उस पर नजर रखी और आखिरकार लियू को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सबूत मिलते ही चीन ने उसे देशद्रोही घोषित कर सीधे मौत की सजा सुना दी।
दोस्तों, अब इसका सबसे बड़ा असर पाकिस्तान पर पड़ने वाला है। पाकिस्तान वही देश है जिसने चीन के इस एडवांस J-35 फाइटर जेट की डील कर रखी है। पाकिस्तान इस फाइटर जेट को अपने डिफेंस में शामिल करने वाला था, लेकिन अब जब इसकी पूरी टेक्नोलॉजी लीक हो गई है, तो पाकिस्तान की हालत खराब है। उसके करोड़ों डॉलर इस प्रोजेक्ट में लगे हैं, लेकिन अब उसे समझ नहीं आ रहा कि करे तो क्या करे।
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वहीं भारत के लिए ये एक सुनहरा मौका है। अब भारतीय वायुसेना को J-35 की हर ताकत और कमजोरी का पूरा डेटा मिल सकता है। इससे भारत को पहले से ज्यादा तैयारी करने का मौका मिलेगा। भारत एयरफोर्स अब रणनीति बनाकर इस चीनी फाइटर जेट का मुकाबला कर सकेगा।