Premanand Ji Maharaj: प्रेमानन्द जी महाराज आज भारत ही नहीं विश्व के सबसे सम्मानित संतों मे से एक हैं। दिन प्रतिदिन लाखों लोग उनके दर्शन करने के लिए वृन्दावन पहुँचते हैं। प्रेमानन्द जी महाराज अपने उपदेशों द्वारा भारत ही नहीं पूरे विश्व के लोगों का मार्गदर्शन कर रहें हैं। लोग अपनी आशंकाओं को लेकर उनके पास आते हैं, और अपनी शंकाओं का निवारण पाते हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति जब प्रेमानन्द जी महाराज के पास पहुंचता है और उनसे सवाल करता है कि क्या बिना गुरुदीक्षा के ‘ॐ नमः शिवाय’ जैसे वैदिक मंत्रों का जप किया जा सकता है, तो प्रेमानन्द जी महाराज ने उनके सवाल के जवाब मे क्या उत्तर दिया आइए जानते हैं…
‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र की महिमा-
‘ॐ नमः शिवाय’ भगवान शिव का एक वैदिक पंचक्षरी मंत्र है। इसके जप से मानसिक शांति, ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इससे कोई भी सहज ही जपा जा सकता है।
प्रेमानन्द जी महाराज के अनुसार क्या इस मंत्र को बिना गुरु के जपना चाहिए?
प्रेमानन्द जी महाराज ने इस सवाल के उत्तर मे कहा कि ‘ॐ नमः शिवाय’ एक वैदिक मंत्र है, और वैदिक मंत्रों को गुरुदीक्षा से ही जपा जाता है। बिना गुरुदीक्षा के इसका सम्पूर्ण लाभ नहीं मिलता। लेकिन अगर किसी को गुरुदीक्षा नहीं मिली है तो वो भगवान शिव और शक्ति पार्वती का दूसरा मंत्र ‘सांब सदाशिव’ का जाप कर सकता है। ये बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है। सा का अर्थ है ‘सहित’, अंब का अर्थ है ‘अम्बा’, सदाशिव का अर्थ है’ सदा रहने वाले शिव’। इसका मन मे निरंतर जप करना चाहिए।
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