केंद्र सरकार ने हाल ही में 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को मंजूरी दी है। इसके बाद केंद्रीय कर्मचारियों को उम्मीद थी कि इस बार फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक जा सकता है, जिससे सैलरी में 186% तक की भारी बढ़ोतरी होगी। हालांकि, पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग के अनुसार, इतनी बड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद करना असंभव है। उन्होंने कहा कि 2.86 का फिटमेंट फैक्टर मिलना “चांद मांगने” जैसा है।
8th Pay Commission: कितनी बढ़ेगी सैलरी?
गर्ग के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 2.08 के बीच रह सकता है। इसका मतलब यह है कि केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में 10% से 30% तक ही बढ़ोतरी संभव है। पिछले 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, लेकिन तब भी सैलरी केवल 14.2% ही बढ़ी थी। ऐसे में इस बार भी बहुत बड़ी वृद्धि की संभावना कम नजर आ रही है।
10% से 30% बढ़ोतरी के बाद कितनी होगी सैलरी?
यदि मिनिमम बेसिक सैलरी 10% बढ़ती है, तो यह 18,000 रुपये से बढ़कर 30,420 रुपये हो जाएगी।
अगर 30% की बढ़ोतरी होती है, तो नई सैलरी 34,020 रुपये प्रति महीना होगी।
फिलहाल, केंद्रीय कर्मचारियों को 53% महंगाई भत्ता (DA) मिल रहा है। 8वें वेतन आयोग के लागू होने से पहले इसमें 6% और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिससे यह 59% तक पहुंच सकता है।
क्या 2.86 का फिटमेंट फैक्टर संभव है?
नेशनल काउंसिल ऑफ ज्वाइंट कंसल्टेटिव मशीनरी (NC-JCM) के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने दावा किया था कि 8वें वेतन आयोग में 2.86 का फिटमेंट फैक्टर संभव हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो न्यूनतम वेतन ₹51,480 हो जाएगा। पेंशनभोगियों की पेंशन ₹9,000 से बढ़कर ₹25,740 हो सकती है।
हालांकि, सरकार इसे मंजूर करेगी या नहीं, यह देखना बाकी है। फिलहाल, सैलरी में 10-30% की ही बढ़ोतरी संभावित है, जो कर्मचारियों की उम्मीदों से काफी कम हो सकती है।
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