Haryana Update, Mahakumbh 2025: 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ मेला प्रयागराज में शुरू होने जा रहा है, जो हर 12 साल में एक बार गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम तट पर आयोजित होता है। यह एक विशाल धार्मिक आयोजन है जिसमें लाखों लोग शामिल होते हैं। यदि आप भी हरियाणा से महाकुंभ में शामिल होने का विचार कर रहे हैं, तो यहां आपको यात्रा से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी।
यात्रा की योजना बनाना: क्या तैयारी करनी चाहिए?
महाकुंभ में भाग लेने के लिए सही तैयारी करना जरूरी है। यह आयोजन बड़े पैमाने पर होता है, और यात्रा, ठहरने, धार्मिक गतिविधियों और सुरक्षा के मामले में पहले से सही योजना बनाना बेहद जरूरी होता है, ताकि आपकी यात्रा आसानी से और आरामदायक हो सके।
ठहरने की व्यवस्था: पहले से करें बुकिंग
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज और उसके आसपास रहने के लिए जगह मिलना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए, आपकी यात्रा की शुरुआत से पहले आपको अपने ठहरने के लिए होटल, आश्रम, या धर्मशाला में कमरे बुक करवा लेना चाहिए। मेले के लिए मेला क्षेत्र में 10 लाख श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। यहां आपको दोनों प्रकार की ठहरने की व्यवस्थाएं, जैसे कि मुफ्त और पेड, मिल सकती हैं।
प्रयागराज के आसपास 2000 कैंपों की टेंट सिटी बनाई गई है, जो सरल और सुविधाजनक ठहरने के विकल्प प्रदान करती हैं। इसके अलावा, 100 आश्रय स्थलों में हर आश्रय स्थल में 250 बेड की व्यवस्था की गई है। अगर आप थोड़ा आरामदायक ठहरना चाहते हैं, तो शहर के लग्जरी होटलों में भी बुकिंग की जा सकती है।
महाकुंभ के लिए जरूरी सामान
कुंभ मेले के दौरान कुछ खास सामान लेकर जाना जरूरी है। इसमें आपके पास स्नान का सामान, चप्पल, तौलिया, कपड़े और पानी की बोतल होनी चाहिए। धार्मिक क्रियाओं के लिए फूल, अगरबत्ती और गंगा जल संग्रह के लिए पात्र भी साथ रखें। कोविड-19 सुरक्षा के तहत, मास्क, सैनिटाइज़र और व्यक्तिगत दवाइयां साथ रखना भी जरूरी है।
परिवहन के लिए विकल्प
हरियाणा से प्रयागराज जाने के लिए भारतीय रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। आप अपनी यात्रा के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों से इन ट्रेनों का लाभ उठा सकते हैं, और इससे आपकी यात्रा सुविधाजनक और कम थकान वाली होगी।
यदि आप बस द्वारा यात्रा करना चाहते हैं, तो हरियाणा रोडवेज की बसें लखनऊ, कानपुर और वाराणसी तक जाती हैं। फिर वहां से यूपीएसआरटीसी या अन्य लोकल परिवहन के जरिए आप प्रयागराज पहुंच सकते हैं।